
मध्य प्रदेश माध्यमिक शिक्षा मंडल (MPBSE) ने 2025 से बोर्ड परीक्षा देने वाले छात्रों के लिए एक महत्वपूर्ण बदलाव किया है। अब 10वीं और 12वीं के वे छात्र जो मुख्य परीक्षा में असफल हो जाते हैं या किसी कारणवश परीक्षा में शामिल नहीं हो पाते, उन्हें पूरे साल इंतजार नहीं करना पड़ेगा। बोर्ड ने पारंपरिक पूरक परीक्षा को खत्म कर ‘द्वितीय परीक्षा’ (Second Chance Examination) की व्यवस्था लागू की है।
क्या है नई व्यवस्था?
- अब से 10वीं और 12वीं की बोर्ड परीक्षाएं साल में दो बार आयोजित होंगी – पहली फरवरी-मार्च में और दूसरी जून-जुलाई में।
- मुख्य परीक्षा में फेल, अनुपस्थित या अपना स्कोर सुधारना चाहने वाले छात्र दूसरी परीक्षा में शामिल हो सकते हैं।
- दूसरी परीक्षा में शामिल होने के लिए छात्रों को 7 मई से 21 मई 2025 तक ऑनलाइन आवेदन करना होगा। आवेदन एमपी ऑनलाइन पोर्टल के माध्यम से किया जा सकता है।
- प्रत्येक विषय के लिए ₹500 शुल्क निर्धारित किया गया है।
दूसरी परीक्षा का शेड्यूल
- कक्षा 10वीं: 17 जून से 26 जून 2025 तक
- कक्षा 12वीं: 17 जून से 5 जुलाई 2025 तक
- परीक्षा का समय सुबह 9:00 बजे से दोपहर 12:00 बजे तक रहेगा।
पास होने के नियम
- छात्रों को प्रत्येक विषय के साथ-साथ कुल मिलाकर कम से कम 33% अंक लाना अनिवार्य है[4]।
- जो छात्र पहली परीक्षा में पास हैं, वे भी यदि किसी एक विषय में अंक सुधारना चाहते हैं तो दूसरी परीक्षा में बैठ सकते हैं[5]।
- जिन विषयों में प्रैक्टिकल या आंतरिक मूल्यांकन है, वहां छात्र उसी हिस्से की परीक्षा देंगे जिसमें वे फेल हुए हैं।
परिणाम और अगली कक्षा में प्रवेश
- दोनों परीक्षाओं में से जिस परीक्षा में छात्र का परिणाम बेहतर होगा, वही अंतिम माना जाएगा[5]।
- जब तक दूसरी परीक्षा का परिणाम नहीं आ जाता, छात्रों को अगली कक्षा में अस्थायी प्रवेश दिया जाएगा।
क्यों किया गया बदलाव?
- यह बदलाव राष्ट्रीय शिक्षा नीति (NEP 2020) के अनुरूप है, जिसका उद्देश्य छात्रों पर परीक्षा का दबाव कम करना और उन्हें एकेडमिक वर्ष में ही सुधार का मौका देना है।
- मध्य प्रदेश ऐसा करने वाला देश का तीसरा राज्य बन गया है।
इस साल का रिजल्ट
- 2025 में कक्षा 10वीं का कुल पास प्रतिशत 76.22% और 12वीं का 74.48% रहा।
- लगभग 17-18 लाख छात्रों ने इस वर्ष परीक्षा दी थी।
आवेदन कैसे करें?
- छात्र अपने स्कूल के माध्यम से या स्वयं एमपी ऑनलाइन पोर्टल पर आवेदन कर सकते हैं।
- आवेदन के समय सही ईमेल आईडी देना जरूरी है, ताकि स्कैन की गई उत्तर पुस्तिका भी मंगाई जा सके।
- पुनर्मूल्यांकन या उत्तर पुस्तिका की स्कैन कॉपी के लिए भी इसी पोर्टल पर 6 मई से 15 मई तक आवेदन किया जा सकता है।
इस नई व्यवस्था से छात्रों को न सिर्फ एक और मौका मिलेगा, बल्कि उनका कीमती एकेडमिक वर्ष भी बर्बाद नहीं होगा। अब असफलता के डर के बिना छात्र आत्मविश्वास के साथ आगे बढ़ सकते हैं।