क्या आपने कभी सोचा है कि एक साधारण फोन कॉल आपकी जिंदगी को पूरी तरह से बदल सकती है? हाल ही में भारत भर में एक नया स्कैम सामने आया है, जिसे फेडएक्स कूरियर स्कैम कहा जा रहा है। यह स्कैम उन लोगों के लिए एक गंभीर खतरा बनता जा रहा है जो अपनी जानकारी साझा करने में जल्दी करते हैं। आइए, इस स्कैम के बारे में जानते हैं और यह कैसे काम करता है।
एक अनजान कॉल से शुरू होती है कहानी
यह स्कैम तब शुरू होता है जब कोई व्यक्ति खुद को फेडएक्स कस्टमर सर्विस से बताता है। कॉल करने वाला आपको सूचित करता है कि आपके आधार नंबर से जुड़ी एक पैकेज को रोका गया है। लेकिन यह पैकेज किसी नाजायज सामान से भरा हुआ है! भले ही आप इस पैकेज के बारे में कुछ नहीं जानते हों, लेकिन स्कैमर आपको विश्वास दिलाते हैं कि यह मुंबई से भेजा गया था और अब यह कस्टम्स में फंसा हुआ है।
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जब आप इस झोल में फंसने लगते हैं, तो वे एक नया मोड़ लाते हैं। वे कहते हैं कि कॉल अब मुंबई पुलिस साइबर सेल को ट्रांसफर की जा रही है। इसके बाद, आपको एक और कॉल आती है, जिसमें कोई व्यक्ति खुद को पुलिस अधिकारी बताता है। वह आपसे संवेदनशील जानकारी मांगता है, जैसे आधार और पैन कार्ड डिटेल्स।
डर का खेल
इस स्कैम का सबसे खतरनाक पहलू यह है कि स्कैमर आपके मन में कानूनी समस्याओं और मनी लॉन्ड्रिंग के आरोपों का डर पैदा करते हैं। इसके बाद, आपको पैसे ट्रांसफर करने के लिए मजबूर किया जाता है, जबकि वे आपको त्वरित रिफंड का वादा करते हैं, जो कभी नहीं मिलता।
बेंगलुरु में इस स्कैम के चलते अब तक 5 करोड़ रुपये से अधिक की हानि हो चुकी है। 2023 में, पुलिस ने इस प्रकार के 163 मामलों को दर्ज किया है, जिनमें से 48 मामले दक्षिण-पूर्व क्षेत्र में हैं।
ट्रूकॉलर का आपका साथी
यहां पर Truecaller आपकी मदद कर सकता है। यह ऐप संदिग्ध नंबरों को पहचानने में मदद करता है और आपको यह जानकारी देता है कि आपको किन नंबरों से सावधान रहना चाहिए।
खुद को बचाने के तरीके
यहां कुछ तरीके हैं जिनसे आप इस स्कैम से बच सकते हैं:
- पैकेज की स्थिति की जांच करें: अपने पैकेज की स्थिति सीधे फेडएक्स की आधिकारिक वेबसाइट पर जाकर देखें। किसी भी लिंक पर क्लिक करने से बचें जो आपको एसएमएस, ईमेल या कॉल के माध्यम से भेजा गया हो।
- संवेदनशील जानकारी साझा न करें: कभी भी अपने UPI पिन, UPI ID, या किसी अन्य संवेदनशील बैंकिंग विवरण को फोन पर अज्ञात लोगों से साझा न करें।
- संदेह होने पर कॉल काटें: यदि कोई कॉल संदिग्ध लगे, तो तुरंत कॉल काट दें। स्कैमर मनोवैज्ञानिक तकनीकों का उपयोग कर सकते हैं।
- वulnerable समूहों की मदद करें: बुजुर्ग लोग अक्सर इन स्कैम का शिकार बनते हैं। आपके समुदाय में लोगों को इन स्कैम के संकेतों के बारे में जानकारी देना महत्वपूर्ण है।
- स्कैम की रिपोर्ट करें: अगर आपको कोई स्कैम संदिग्ध लगे, तो तुरंत अपने Truecaller ऐप में इसकी रिपोर्ट करें। आप आपातकालीन सेवाओं से 112 या 1930 पर संपर्क कर सकते हैं, या नजदीकी साइबर क्राइम पुलिस स्टेशन जा सकते हैं।
जागरूकता ही सबसे अच्छा बचाव
याद रखें, इन प्रकार के साइबर क्राइम के खिलाफ जागरूकता और निवारक उपाय आपके सबसे अच्छे रक्षक हैं। धोखाधड़ी के खिलाफ लड़ाई में, ज्ञान ही शक्ति है। हमेशा सतर्क रहें, जानकारी से लैस रहें,
हम सब मिलकर साइबर अपराधियों के योजनाओं को नाकाम कर सकते हैं और हमारे डिजिटल संसार की अखंडता को बनाए रख सकते हैं। इसलिए, अगली बार जब आपको एक अज्ञात कॉल आए, तो सावधान रहें और अपने आसपास के लोगों को भी जागरूक करें।